टर्म लाइफ इंश्योरेंस का प्लान किस तरह पसंद करें?

      
   कम प्रीमियम पर अधिक रकम का बीमा कवच मिले, इससे टर्म इंश्योरेंस अच्छा है” ऐसा लोग अब
कहने लगे हैं. हालांकि इस प्रोडक्ट का सिर्फ एक ही दृष्टि से मूल्यांकन नहीं करना चाहिए. टर्म प्लान से जुड़े
कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर आज नजर डालते हैं:
1. टर्म इंश्योरेंस खरीदने का
कारण क्या है?
आजकल कुछ परिवारों में होम लोन लेते समय टर्म प्लान लिया जाता है. जिस परिवार में एक अथवा 2
कमाने वाले व्यक्तियों ने लोन लिया हो तो उन दोनों को टर्न पालिसी की जरूरत होती है. हालांकि यह टर्म
पॉलिसी लोन की मुद्दत जितनी
मुद्दत की ही होनी चाहिए. यदि स्त्री सदस्य भी इस कर्ज में समान रूप से हिस्सेदार हो तो उसके लिए भी टर्म
प्लान होना चाहिए. कुछ परिवार उत्तराधिकारियों
को परिवार के मुखिया की मृत्यु के बाद बड़ी रकम मिले, इस दृष्टि से टर्म प्लान खरीदते हैं. टर्म प्लान की
मुद्दत के दौरान कुछ लाख रुपए का
प्रीमियम भरकर पालिसी धारक अपने उत्तराधिकारियों के लिए बीमा की रकम का लाभ छोड़कर जा सकता
है. ऐसी परिस्थिति में पसंद की जाने वाली पॉलिसी की मुद्दत अधिकतम पसंद करनी चाहिए
वर्तमान समय में परिवार छोटे होते हैं. कुछ माता-पिता अपनी उपस्थिति में पुत्र/ पुत्री को आर्थिक तकलीफ ना
हो, इसके लिए टर्म पॉलिसी खरीदते है. विशेष रूप से पुत्रियों के पिता अपनी विवाहित पुत्री को अपनी मृत्यु
के बाद वित्तीय लाभ प्रदान करने के लिए इस पॉलिसी को पसंद करते हैं. अधेड़ उम्र में पिता ने अधिकतम
उम्र के लिए ऐसी पॉलिसी ली हो तो विवाहित पुत्री को उसके जीवन काल में उचित समय पर धन लाभ हो सकता है. इस चर्चा से स्पष्ट होता है
कि टर्म प्लान लेने का उद्देश्य स्पष्ट होना चाहिए.

2. आप पॉलिसी बरकरार रख
सकेंगे, यह निश्चित है? मान ले कि 35 वर्ष के एक
व्यक्ति ने अपनी 70 वर्ष की उम्र तक चले इतनी अवधि के लिए टर्म पॉलिसी ली है. बहुत से परिवार में कम
प्रीमियम के लालच में टर्म पॉलिसी ली जाती है, लेकिन 8-10 वर्ष के अंदर पॉलिसी लैप्स हो जाती है. आजकल औसत उम्र बढ़ जाने से लोग लंबा
जीते हैं. यदि उनके जीवनकाल से पहले ही पॉलिसी पूरी हो जाती है अथवा प्रीमियम भरना बंद हो जाए
तो उनके द्वारा तब तक भरा गया
पैसा मुनाफे में जाता है और उसके परिवार को भी कोई लाभ नहीं होता. ऐसी भूल ना हो, इसके लिए व्यक्ति
को पॉलिसी लेते समय यह गणना करनी चाहिए कि अपनी 50 वर्ष की उम्र से लेकर पॉलिसी की मुद्दत तक
के वर्षों में वह कितना प्रीमियम अदा
करेगा. स्थिति में उसे टर्म प्लान लेते समय ही एंडोवमेंट पॉलिसी या दूसरे किसी साधन में निवेश करना चाहिए.
टर्म पॉलिसी के साथ उसी दिन यह
निवेश कर लेना चाहिए, इसमें आलस नहीं करना चाहिए. यहां एंडोवमेंट पॉलिसी अच्छा
विकल्प है. इसका कारण यह है कि

पॉलिसी लैप्स ना हो, इसके लिए पॉलिसी का प्रीमियम भर लेने का विकल्प इसमें उपलब्ध होता है. 50
वर्ष की उम्र के बाद टर्म पॉलिसी का प्रीमियम अंत तक भरा जा सके, इस तरह का निवेश करके रखना चाहिए.
संक्षेप में टर्म प्लान का प्रीमियम बीच में बंद नहीं कर देना चाहिए. टर्म प्लान पसंद करने वाले को
ध्यान में रखना चाहिए कि इसमें नियमित रूप से प्रीमियम चुकाना जरूरी है. इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड
डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया(ईरडा ) द्वारा हाल में पेश की गई स्टैंडर्डाइज्ड टर्म प्लान को पसंद  करते समय भी पॉलिसी लेने से पहले अंत तक का प्रीमियम
अदा करने की तैयारी कर लेना आवश्यक है.

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